भारतीय आम बजट के बारे में कुछ रोचक तथ्य

 

भारत का आम बजट (Union Budget 2021) आने में बस कुछ ही घंटे शेष बचे हैं। ये बजट हमारे लिए कितनी राहत, कितनी चिंता लेकर आने वाला है ये तो कल ही पता चलेगा लेकिन बजट के इतिहास से जुड़े कुछ रोचक तथ्य हैं, जिन्हें आपको जरूर जानना चाहिए।

  • भारत का पहला बजट James Wilson ने 18 फरवरी 1869 को पेश किया था। James Wilson एक Scotish Businessman थे जो तत्कालीन Finance Member of India Council थे।
  • स्वतंत्र भारत का पहला बजट 26 नवम्बर 1947 को देश के पहले वित्तमंत्री आर के शनमुखम शेट्टी ने प्रस्तुत किया था।
  • 1955 तक बजट (Budget) केवल अङ्ग्रेज़ी में ही छापा जाता था लेकिन 1955-56 से बजट की प्रतियाँ अङ्ग्रेज़ी और हिन्दी दोनों भाषाओं में छापी जाने लगीं।
  • भारत में सबसे ज्यादा केन्द्रीय बजट मोरारजी देसाई ने प्रस्तुत किए हैं जिन्हें कुल 10 बार बजट पेश करने का मौका मिला। उनके बाद पी चिदम्बरम का नाम आता है जिन्होने कुल 8 बार बजट पेश किया।
  • इन्दिरा गांधी बजट पेश करने वाली पहली महिला मंत्री थीं। उन्होने सन 1970-71 में कुछ समय के लिए प्रधानमंत्री के साथ साथ वित्तमंत्री का दायित्व भी संभाला था।
  • 1973-74 का बजट, जिसे वाय बी चव्हाण ने पेश किया था, Black Budget माना जाता है क्योंकि उसमें 550 करोड़ का घाटा दिखाया गया था।
  • 2016 तक बजट फरवरी के अंतिम दिवस को पेश करने की परंपरा थी लेकिन 2017 से इसे बदल दिया गया। अब भारत का आम बजट 1 फरवरी को पेश किया जाता है।
  • 2017 से ही रेल बजट, जो पिछले 92 सालों से अलग से पेश किया जाता था, आम बजट में ही समाहित कर दिया गया।
  • 2019 में वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन ने बजट ब्रीफकेस लाने की परंपरा भी तोड़ दी। वे उसकी जगह  राष्ट्रीय चिन्ह युक्त लाल पैकेट में 'बही खाता' लेकर आईं थीं।
  • 1 फरवरी 2020 को वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन ने इतिहास का सबसे लंबा बजट भाषण दिया था। उनका भाषण 2 घंटे 41 मिनट तक चला था।

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