जब खोज कोलंबस ने की थी तो फिर अमेरिका का नाम कोलंबसिया क्यों नहीं रखा गया ?

 ये तो आप जानते ही होंगे अमेरिका की खोज इटली के एक बहुत बड़े एक्सप्लोरर क्रिस्टोफर कोलंबस ने की थी, सन 1492 में ... 

दरअसल कोलंबस जब अपने घर इटली से निकले थे तब वो इंडिया की खोज में निकले थे॰ वैसे इंडिया की खोज के लिए निकले थे, ये कहना भी सही नहीं होगा, दरअसल वो यूरोप से भारत के लिए समुद्री मार्ग की खोज में निकले थे ताकि समुद्री रास्ते से भारत के साथ निर्द्वंद्व होकर व्यापार किया जा सके।


लेकिन जब वो समुद्र में निकले तो रास्ता भटक गए और एक नए महाद्वीप पर पहुँच गए।  कोलंबस को ये एहसास ही नहीं हुआ कि वो एक नई जगह पर पहुँच गया है। उसे लगा कि यही इंडिया है। उसने इंडिया को खोज लिया है। उसने उस जगह के मूल निवासियों को Indians कहना भी शुरू कर दिया। इसीलिए अमेरिका के मूल निवासियों कई सदियों तक इंडियंस के नाम से जाना जाता रहा। अगर आपने कभी अमेरीकन इंडियंस के बारे में सुना होगा तो आपके दिमाग में ये खयाल जरूर आया होगा कि अमेरिका में इंडियंस कहाँ से आए। इंडिया तो यहाँ हैं और इंडियन तो हम हैं, तो फिर अमेरिका के मूल निवासियों को इंडियन क्यों कहा जाता है। उसकी वजह कोलंबस की यही भूल थी। उसे लगा उसने इंडिया खोज निकाला है और उसने वहाँ के निवासियों को इंडियंस कहना शुरू कर दिया। लेकिन दरअसल वो इंडिया नहीं था ... वो था अमेरिका ।


खैर कोलंबस को बिलकुल समझ में नहीं आया कि वो इंडिया नहीं बल्कि एक नई जगह पहुँच गया है। वो तो बहुत खुश था कि उसने आखिरकार इंडिया खोज लिया है । लेकिन उसके कुछ साल बाद 1499 में इटली के ही एक दूसरे एक्सप्लोरर Amerigo Vespucci, कोलंबस वाले रास्ते पर गए और उस नई जगह पर पहुंचे तब उसको लगा कि ये इंडिया नहीं है, ये तो कोई नई जगह है। एक बार वो लौट आया, फिर दुबारा 1502 में गया, और कन्फ़र्म हो गया कि ये इंडिया तो नहीं है, और कोई जगह है। फिर उसने लौट कर अपना पूरा यात्रा वृत्तांत लिखा और उसमें बताया कि कोलंबस ने जो जगह खोजी है, वो इंडिया नहीं है। वो कोई नई जगह है और उसने उस जगह का नाम रख दिया New world।


यानि अमेरिका का सबसे पहला नाम पड़ा, New World। कोलंबस भी बेचारा ये जानकर हैरान रह गया, क्योंकि
वो तो सोचता था कि उसने एशिया के लिए नया रूट खोज लिया है, लेकिन अब उसकी भी समझ में आया कि उसने कोई नया महाद्वीप ही खोज निकाला है।

बहरहाल, 1507 में एक जर्मन मानचित्रकार Martin Waldseemuller ने विश्व का एक मानचित्र बनाया और उस मानचित्र में उस new world को भी शामिल किया॰ ऐसा माना जाता है कि मानचित्रकार कोलंबस के बजाए Amerigo Vespucci से बहुत प्रभावित था, एक तरह से उनका चेला था, इसलिए उसने new world का नाम अमेरिगो के नाम पर रखने का फैसला कर लिया। लेकिन अमेरिगो एक पुल्लिंग नाम था, और उस समय, जहां वो मानचित्रकार रहता था वहाँ देशों के नाम स्त्रीलिंग माने जाते थे, तो उसने Latin की डिक्शनरी में Amerigo का स्त्रीलिंग ढूंढा और वो मिला America।

बस तब से New World का नाम हो गया America। यानी भले ही कोलंबस ने अमेरिका की खोज की, लेकिन उसे
नाम मिला एक ऐसे व्यक्ति के नाम पर, जो कोलंबस के कई साल बाद अमेरिका पहुंचा था।

(The above post is an answer to the questions like - Why is it called America ? Who the America is named after ? America is named after which explorer ?)




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