जीवनदास नाम का एक गरीब मदारी अपने बंदर मन्नू को नचाकर अपनी जीविका चलाया करता था. वह और उसकी स्त्री बुधिया दोनों ही मन्नू को बहुत प्यार करते…
'दशहरे की छुट्टियों में भैया घर आ रहे हैं, उनके साथ उनके एक मित्र भी हैं, जब से यह सूचना मिली है घरभर में आफत मची है। कल दिनभर नौकर-चा…
दफ्तर का बाबू एक बेजबान जीव है। मजदूरों को ऑंखें दिखाओ, तो वह त्योरियॉँ बदल कर खड़ा हो जाएगा। कुली को एक डाँट बताओं, तो सिर से बोझ फेंक कर…
(बीसवीं सदी के सुप्रसिद्ध हिन्दी कथालेखक आचार्य चतुरसेन शास्त्री की एक लोकप्रिय कहानी) जी हाँ, हिंदुस्तान की आजादी और मेरी बरबादी एक ही साथ…
मंत्र (मुंशी प्रेमचंद की कहानी ) संध्या का समय था। डाक्टर चड्ढा गोल्फ खेलने के लिए तैयार हो रहे थे। मोटर द्वार के सामने खड़ी थी कि दो कहार …
महातीर्थ ( प्रेमचंद की कहानी ) मुंशी इंद्रमणि की आमदनी कम थी और खर्च ज्यादा। अपने बच्चे के लिए दाई रखने का खर्च न उठा सकते थे। लेकिन एक त…