पुराने जमाने में एक बड़ा दयालु राजा था। वह हमेशा प्रजा के सुख-दुख का खयाल रखता और उन्हें कोई कष्ट न होने देता था। किन्तु धीरे-धीरे राजा की …
'दशहरे की छुट्टियों में भैया घर आ रहे हैं, उनके साथ उनके एक मित्र भी हैं, जब से यह सूचना मिली है घरभर में आफत मची है। कल दिनभर नौकर-चा…
दफ्तर का बाबू एक बेजबान जीव है। मजदूरों को ऑंखें दिखाओ, तो वह त्योरियॉँ बदल कर खड़ा हो जाएगा। कुली को एक डाँट बताओं, तो सिर से बोझ फेंक कर…
(बीसवीं सदी के सुप्रसिद्ध हिन्दी कथालेखक आचार्य चतुरसेन शास्त्री की एक लोकप्रिय कहानी) जी हाँ, हिंदुस्तान की आजादी और मेरी बरबादी एक ही साथ…
एक धनी व्यक्ति शहर के कोलाहल से बहुत उकता गया इसलिए उसने अपने रहने के लिए शहर की भीड़भाड़ से बहुत दूर एक नया मकान बनवाया। वह बहुत शांतिप्रिय …
बाबू रामरक्षादास दिल्ली के एक ऐश्वर्यशाली खत्री थे, बहुत ही ठाठ-बाट से रहनेवाले। बड़े-बड़े अमीर उनके यहॉँ नित्य आते-आते थे। वे आयें हुओं क…
किसी गाँव में एक अमीर आदमी रहता था। वह जितना अमीर था, उतना ही कंजूस भी था। अपने धन को सुरक्षित रखने का उसने एक अजीब तरीका निकाला था। उसने अ…
प्राचीन काल में मायापुरी नामक एक नगर व्यापार के लिए बहुत प्रसिद्ध था। दूर -दूर से लोग व्यापार के सिलसिले में इस नगर में आया करते थे। एक बा…
(सुप्रसिद्ध अमरीकी कथाकार ओ हेनरी की एक लोकप्रिय कहानी का भावानुवाद) सुबह के आठ बजे थे। दुकान पर समाचार पत्र के ताज़ा अंक रस्सी पर लटक रहे…